
बेल-Indian Bael In Hindi
आप सभी को पता है कि बेल का प्रयोग बहुत प्रकार की दवाईयों को बनाने में किया जाता है लेकिन इसके साथ-साथ इसका प्रयोग कई प्रकार के व्यंजनों में भी किया जाता है क्योंकि बेल एक ऐसा पेड़ है जिसके हर हिस्से जैसे - कच्चे फल, पके फल, पत्ते, जड़ें, जड़ की छाल, फल के छिलके आदि का प्रयोग स्वस्थ रहने और सेहत बनाने के लिए किया जाता है इसके अतिरिक्त इसका प्रयोग आप अपनी त्वचा और सौंदर्य को निखारने के लिए भी कर सकते हैं।बेल के नाम-Other Names of Bael
बेल का वानास्पतिक नाम एगलि मारमेलोस हैं लेकिन इसे अलग-अलग भाषाओँ में अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है जैसे - संस्कृत में बिल्व, शाणडिल्य, शैलूष, मालूर, श्रीफल, कंटकी, सदाफल, शिवम्, सत्यफल, पीतफल, सत्यधर्म, मालूर, महाफल, सत्यकर्मा, हिंदी में बेल और श्रीफल, उर्दू, बंगाली और नेपाली में बेल, ओरिया में बेलो और बेलथाई आदि।बेल में पोषक तत्व-Indian Bael Nutrition
बेल में प्रोटीन-1.8gm, विटामिन सी-2mg, कार्बोहाइड्रेट-31.8gm, कैल्शियम-85mg, फास्फोरस-50mg, फाइबर-2.9gm, आयरन-2.6mg, नमी-61.5gm, वसा-3%, ऊर्जा-137कैलोरी, मिनरल्स-1.7gm, पोटैशियम-600mg, खनिज तत्व, फाइटोकेमिकल्स, सेपोनिन्स, एल्कलॉइड, टैनिन, फ्लेवोनॉइड्स, फिनोल्स, बीटा-कैरोटीन, थायमिन, राइबोफ्लेविन, विटामिन ए, विटामिन बी, भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।To Know More Details : Wood Apple (Bael) Nutrition
बेल के औषधीय गुण-Medicinal Properties of Indian Bael In Hindi
बेल में एंटी-फंगल, एंटी-पैरासाइट, लैक्सेटिव गुण होते हैं इसके अतिरिक्त इसमें अल्कलॉइड, एंटीऑक्सीडेंट, पॉलीसेकेराइड्स तेलों कि मौजूदगी भी होती है जो औषधी के रूप में काम करती है।बेल का सेवन-How To Eat Beal In Hindi
- अगर आप बेल का काढ़ा ले रहें तो इसे अधिक-से-अधिक 50 से 100 मिली की मात्रा में ही लें।
- बेल के चूर्ण को केवल 3 से 5 ग्राम की मात्रा में ही लें।
- बेल के रस को सिर्फ दस से लेकर बीस मिली की मात्रा में ही लें।
सेवन का समय-Time To Eat Bael In Hindi
बेल का सेवन आप दिन में किसी भी वक्त कर सकते हैं हालाँकि इसका रस और जूस केवल दोपहर के समय ही ज्यादा प्रयोग किया जाता है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिए ये दोपहर में अधिक ठंडक प्रदान करता है।बेल के फायदे-Indian Bael Benefits In Hindi
1. पाचन क्रिया में फायदेमंद-Bael Beneficial In Digestion In Hindi

जिन लोगों को कब्ज, पेट दर्द, बवासीर अपच जैसी समस्याएं होती हैं उनके लिए बेल एक बहुत ही लाभकारी औषधी साबित होता है क्योंकि बेल में एंटी-फंगल, एंटी-पैरासाइट और लैक्सेटिव गुण पाए जाते हैं जो इन सभी रोगों को दूर करने में मदद करते हैं।
आप बेल का शरबत पी सकते हैं इससे आपका पेट साफ भी हो जाएगा और पेट संबंधी समस्याएं भी दूर हो जाएँगी इसके अतिरिक्त आप बेल के पके हुए फल के गूदे को ठंडे पानी में मसलकर छान लीजिए। इसके बाद आप इसमें मिश्री, इलायची, लौंग, काली मिर्च और बहुत कम मात्रा में कपूर मिलाकर शरबत बना लें।
इसका सेवन करने से आपकी प्यास, जलन, कब्ज, उल्टी और पाचन रोगों से जुडी सभी समस्याएं दूर हो जाएँगी। अगर आपको गर्मियों में अतिसार की वजह से पतले दस्त होने लगते हैं तो आप कच्चे बेल को आग में भूनकर खा लें इससे आपको तुरंत फायदा होगा।
2. उदर विकारों में फायदेमंद : Beal Beneficial In Abdominal Disorders In Hindi

अगर आपने कभी ध्यान दिया होगा तो ज्यादातर रोगों की जड़ उदर विकार ही होते हैं इसलिए अगर किसी व्यक्ति को उदर विकार की समस्या है तो उस व्यक्ति के लिए बेल एक रामबाण है।
क्योंकि बेल में टैनिन, कैल्शियम, फास्फोरस, फाइबर, प्रोटीन और आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं। आप बेल का फल, शरबत या बेल के पके हुए फल का सेवन करके उदर के सभी विकारों से छुटकारा पा सकते हैं।
3. स्कर्वी रोग में फायदेमंद- Bael Beneficial In Scurvy In Hindi

जब किसी व्यक्ति के शरीर में विटामिन सी की कमी हो जाती है तो वह व्यक्ति स्कर्वी रोग से ग्रस्त हो जाता है जिसकी वजह से उसकी पाचन क्रिया पर असर पड़ने लगता है ऐसे में व्यक्ति को उसके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और विटामिन सी कि आपूर्ति करने कि जरुरत होती है जिसके लिए बेल बहुत ही अच्छा माना जाता है।
क्योंकि बेल के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होने के साथ-साथ स्कर्वी रोग से भी बचा जा सकता है। इस रोग के कारण अक्सर लोगों के मसूड़ों से खून रिसने लगता है और शरीर पर चकते पड़ने लगते हैं ऐसे में आप आधा या एक चम्मच की मात्रा में बेलगिरी के चूर्ण को पानी के साथ मिलाकर खाएं इससे आपको बहुत जल्द लाभ होगा।
4. किडनी में फायदेमंद-Bael Beneficial In Kidney In Hindi

अक्सर बहुत से लोगों को यह शिकायत रहती है कि उनकी किडनी ठीक से काम नहीं कर रही है या उसकी कार्यक्षमता कम हो गई है तो ऐसे लोगों के लिए बेल एक बहुत ही अच्छी औषधी है क्योंकि बेल में बहुत से पोषक तत्व होते हैं जो किडनी डिटॉक्सीफाई करके किडनी की गंदगी को आसानी से बाहर निकाल देते हैं जिससे किडनी की कार्यक्षमता के साथ-साथ किडनी स्वस्थ भी रहती है।
सबसे पहले आप एक बेल का फल लें अब इसके गूदे से बीजों को अलग कर लें। बीजों को अलग करने के बाद आप इसके गूदे को सुखाकर उसका चूर्ण तैयार कर लें अब इस चूर्ण का सेवन करें इसके अतिरिक्त आप बेल की पत्तियों के चूर्ण को आधी चम्मच की मात्रा में पानी के साथ ग्रहण करें इससे आपको बहुत लाभ होगा क्योंकि बेल की जड़ों और पत्तियों में डायूरेटिक गुण पाए जाते हैं जो मूत्र उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं।
5. मधुमेह में फायदेमंद-Bael Beneficial In Diabetes In Hindi

जिन लोगों को मधुमेह या डायबिटीज की समस्या है उन लोगों के लिए बेल एक बहुत ही अच्छा और रामबाण इलाज है क्योंकि बेल में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं जो मधुमेह की वजह से होने वाली समस्याओं से हमारा बचाव करते हैं।
आप सबसे पहले बेल की कुछ पत्तियों को पीसकर रस बना लें उसके बाद आप इस रस का दिन में दो बार सुबह और शाम के समय सेवन करें इससे आपको डायबिटीज की समस्या में बहुत लाभ मिलेगा इसके अलावा अगर आप चाहें तो आप बेल के पत्ते, हल्दी, गिलोय, हरड, बहेड़ा और आंवला को 6-6 ग्राम कि मात्रा में ले लें।
अब इन्हें लगभग 270 मिली जल में रात के समय भिगोकर रख दें। सुबह होने पर उसे अच्छी तरह मसलकर छान लें अब इसकी बहुत ही कम मात्रा का सेवन दिन में दो बार करें इससे आपको मधुमेह की समस्या में बहुत फायदा होगा।
6. लू में फायदेमंद-Bael Beneficial In Sun In Hindi

गर्मियों के दिनों में लोगों को लू लगने का बहुत खतरा होते है ऐसे लोगों के लिए बेल एक बहुत ही अच्छा उपाय है क्योंकि बेल की तासीर ठंडी होती है जो गर्मी या लू लगने से बचाने के साथ-साथ हमारे शरीर में पानी की कमी नहीं होने देती है।
लू से बचने के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ेगा आप बस बेल के शरबत में थोड़ी सी मिश्री डालकर उसका सेवन कर लें या बेल के ताजे पत्तों को मेंहदी की तरह पीसकर अपने पैरों में लगा लें इससे आपको लू लगने का खतरा नहीं रहेगा।
इसके अलावा आप बेल के गूदे को दो चम्मच की मात्रा में आधे या एक गिलास पानी में मिलाकर जूस बना लें और इसका दिन में एक बार ही सेवन करें इससे आपको बहुत लाभ मिलेगा। इसका सेवन बड़ों के साथ-साथ बच्चे भी कर सकते हैं यह सभी के लिए अच्छा होता है।
7. आँखों के लिए फायदेमंद- Bael Beneficial For Eyes In Hindi

आप बेल की कुछ पत्तियों का रस बनाकर उसे अच्छी तरह छान लें ताकि उसमें किसी भी तरह का कोई कचरा न रह जाए उसके बाद उसको एक-एक बूंद की मात्रा में आँखों में डालें इससे आपको तुरंत लाभ मिलेगा इसके अलावा अगर आप चाहें तो बेल के पत्तों पर देशी घी लगाकर पट्टी की मदद से उन्हें आँखों पर बांध लें इससे भी आपको राहत मिलेगी।
8. गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद : Bael Beneficial For Pregnant Women In Hindi

जो स्त्रियाँ गर्भवती होती हैं उन्हें अक्सर गर्मियों में जी मिचलाने कि समस्या हो जाती है ऐसे में उनके लिए बेल बहुत लाभ प्रदान करता है। सबसे पहले आप बेल और सौंठ लें तथा उनका काढ़ा बनाकर तैयार कर लें अब आप इस काढ़े का दो चम्मच कि मात्रा में सेवन करें इससे आपकी जी मिचलाने कि समस्या बिलकुल ठीक हो जाएगी। अगर आपको मॉर्निग सिकनेस कि भी परेशानी होती है तो आप कच्चे बेल का पल्प लें और उसका सेवन चीनी, खांड या मिश्री के साथ करें इससे आपको राहत मिलेगी।
9. इम्यून सिस्टम में फायदेमंद- Bael Beneficial In Immune System In Hindi

आप बेल का एक फल सुखाकर उसके गूदे का चूर्ण तैयार कर लें और उसे दिन में दो बार लें इससे आपको बहुत फायदा होगा इसके अलावा अगर आप चाहें तो बेलगिरी, असगंध और मिश्री को एकसमान मात्रा में लेकर चूर्ण तैयार कर लें।
अब इसमें एक चौथाई की मात्रा में केसर मिला लें और इसका चार ग्राम की मात्रा में दिन में दो बार सुबह और शाम के समय गर्म दूध के साथ सेवन करें इससे आपको बहुत लाभ मिलेगा और आपका इम्यून सिस्टम भी मजबूत हो जायगा।
10. खून साफ करने में फायदेमंद-Bael Beneficial In Blood Cleansing In Hindi

अब इस फल को शहद और मिश्री दोनों के साथ चाटें इससे आपके शरीर में खून भी बढ़ेगा और खून का रंग भी साफ हो जाएगा इसके अतिरिक्त आप ताजे बेल के गूदे को निकालकर रात के समय पानी में भिगोकर रख दें और सुबह-सुबह उसे अच्छी तरह मसलकर खा लें इससे भी खून में होने वाले संक्रमण से बचा जा सकता है।
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बेल के नुकसान : Side Effects of Bael In Hindi
एक तरह से देखा जाए तो बेल के फायदे अधिक हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इसके नुकसान नहीं हैं इसके नुकसान भी हैं -1. कब्ज होना : अगर किसी व्यक्ति के कठोर मल की वजह से कब्ज की समस्या होती है तो ऐसे में उस व्यक्ति को बेल का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि बेल मल को सख्त बनाती है जिसकी वजह से व्यक्ति कि कब्ज कि समस्या और अधिक बढ़ सकती है।
2. डायबिटीज में नुकसानदायक : अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और बाजार में बने बेल के रस का सेवन करते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि उसमें शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है जिसकी वजह से आपकी स्थिति और अधिक खराब हो सकती है। डायबिटीज के मरीज को बेल के सेवन से परहेज करना चाहिए लेकिन अगर आप बेल का सेवन करना चाहते हैं तो सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श अवश्य कर लें।
3. थायराइड रोगी के लिए नुकसानदायक : अगर आप थायराइड के मरीज हैं तो आप बेल के सेवन से परहेज करें क्योंकि बेल थायराइड हार्मोन और थायराइड की दवाईयों के प्रभाव पर असर डालती है जिसकी वजह से आपकी सेहत खराब हो सकती है। बेल में कैल्शियम की मात्रा भी भरपूर पाई जाती है जिसकी वजह से यह किडनी स्टोन का कारण भी बन सकता है।
4. गर्भवती महिलाओं के लिए : गर्भवती महिलाओं के लिए बेल का जूस नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि इससे गर्भपात होने का खतरा होता है।
5. सर्जरी के दौरान हानिकारक : जिन लोगों कि सर्जरी होनी है या फिर सर्जरी हो चुकी है उन्हें कुछ हफ्तों तक बेल का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है जिससे रोगी को नुकसान होता है।
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